मुसलमानों को गौमूत्र के इस्तेमाल की सलाह पर योगगुरु बाबा रामदेव मुश्किलों में घिर गए हैं. यूपी की प्रयागराज कोर्ट ने इस बयान पर बाबा रामदेव को नोटिस जारी कर उन्हें अपना जवाब दाखिल करने को कहा है.
मिल्लत टाइम्स |नई दिल्ली|
मुसलमानों को गौमूत्र की सलाह पर बाबा रामदेव को अदालत का नोटिस, हफ्ते भर में देना होगा जवाब
प्रयागराज: मुसलमानों को गौमूत्र के इस्तेमाल की सलाह पर योगगुरु बाबा रामदेव मुश्किलों में घिर गए हैं. यूपी की प्रयागराज कोर्ट ने इस बयान पर बाबा रामदेव को नोटिस जारी कर उन्हें अपना जवाब दाखिल करने को कहा है. बाबा रामदेव को अपना जवाब दाखिल करने के लिए एक हफ्ते की मोहलत दी गई है.
प्रयागराज की एडीजे कोर्ट इस मामले में बाइस नवम्बर को फिर से सुनवाई करेगी. अदालत ने बाबा रामदेव से पूछा है कि उन्होंने मुसलमानों को गौमूत्र का इस्तेमाल किये जाने की सलाह किस आधार पर दी थी.
किन धार्मिक ग्रंथों में मुसलमानों को गौमूत्र की इजाजत दी गई है. बाबा रामदेव को यह नोटिस प्रयागराज की एडीजे -8 की कोर्ट से जारी हुआ है.
गौरतलब है कि योग गुरु बाबा रामदेव ने कुछ दिनों पहले एक इंटरव्यू में मुसलमानों को अपने प्रोडक्ट इस्तेमाल करने की सलाह दी थी. जब उनसे यह सवाल हुआ कि आपके कुछ प्रोडक्ट में गौमूत्र मिला होता है, इसलिए मुसलमान उनका इस्तेमाल नहीं करते तो उन्होंने जवाब दिया कि इस्लामिक धार्मिक ग्रंथों में भी मुसलमानों के गौमूत्र का इस्तेमाल करने पर कोई पाबंदी नहीं है.
प्रयागराज की जैक सेवा ट्रस्ट के चेयरमैन सिराज खान ने बाबा रामदेव के इस बयान पर नाराज़गी जताते हुए इसके खिलाफ अदालत में अर्जी दाखिल की थी. उनकी दलील थी कि बाबा रामदेव के इस बयान से उनकी धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं और इसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए. याचिकाकर्ता ने इसके लिए बाबा रामदेव को अपने वकील के जरिये तीन नोटिसें भी भेजीं, लेकिन कोई जवाब नहीं आया. इसके बाद ही वह अदालत में अर्जी दाखिल करने को मजबूर हुए हैं.
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