अयोध्या में फौज तैनात की जाए,कुछ भी कर सकते हैं बीजेपी वाले को न संविधान पर भरोसा है न सुप्रीम कोर्ट पर: अखिलेश यादव


25 नवंबर को होने वाली धर्मसभा के मद्देनजर अखिलेश यादव ने अयोध्या में फौज तैनात करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट अयोध्या में फौज लगाए क्योंकि बीजेपी वाले कुछ भी कर सकते हैं

मिल्लत टाइम्स,नई दिल्ली: राम मंदिर का मुद्दा इस वक्त बेहद चर्चा में है. सभी नेताओं के बयान राम मंदिर के ही इर्दगिर्द घूम रहे हैं. बीजेपी ही नहीं बल्कि विपक्षी पार्टियों के बयानों के केंद्र में भी राम मंदिर ही है. 25 नवंबर को होने वाली धर्मसभा के मद्देनजर अखिलेश यादव ने अयोध्या में फौज तैनात करने की मांग की है.
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट अयोध्या में फौज लगाए क्योंकि बीजेपी वाले कुछ भी कर सकते हैं. बीजेपी को ना तो संविधान पर भरोसा है और ना ही सुप्रीम कोर्ट पर
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री ने समाजवादी पार्टी का रुख भी इस मुद्दे पर साफ किया और कहा कि वे सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के साथ रहेंगे. सरकार द्वारा अध्यादेश लाए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश को माना जाना चाहिए.
BJP does not believe in either SC or constitution. BJP can go to any extent. The kind of environment there is in UP, especially in Ayodhya, the Supreme Court should take notice of it and bring army if necessary: Former UP CM Akhilesh Yadav #RamTemple pic.twitter.com/dil0rtYHVA
— ANI (@ANI) November 23, 2018
पन्ना के अजयगढ़ में सपा प्रत्याशी पहलवान दशरथ यादव के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित करने आए अखिलेश ने कहा कि बीजेपी, सपा को राष्ट्रीय पार्टी नहीं बनने देना चाहती. अब मैंने तय कर लिया है कि सपा को राष्ट्रीय पार्टी बनाउंगा.
इससे पहले सपा से अलग होकर नई पार्टी बनाने वाले शिवपाल सिंह भी राम मंदिर पर बयान दे चुके हैं.
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि राम मंदिर विवादित स्थल पर नहीं बनना चाहिए. उन्होंने कहा कि जब चुनाव आता है तब बीजेपी के लोग राम मंदिर का मुद्दा उठाते हैं.जब मामला सुप्रीम कोर्ट में है तो विवादित जमीन पर मंदिर नहीं बनना चाहिए. मंदिर कहीं और बना लो. इसके लिए या तो आम सहमति बने या फिर कोर्ट के फैसले का इंतजार किया जाए.